Plaza Hotel में बन रही Multistorey Market के मामले में निगम प्रशासन के खिलाफ अदालत में केस दायर करेगी जनहित सोसायटी, 6 अफसरों को पार्टी बनाने की तैयारी, पढ़े पूरा मामला
अनिल वर्मा




जालन्धर सिविल लाईन्स में स्थित शहर का सबसे पुराना प्लाजा होटल अब एक इतिहास बन कर रह जाएगा क्योंकि इस होटल के अंदर सभी कमरे, रैस्टोरैंट, बार, पार्किंग तथा पोरश एरिया को खत्म कर दुकानें बनाई जा रही हैं यह काम पिछले करीब एक साल से लगातार जारी है। बिल्डिंग विभाग के पूर्व एटीपी रजिंदर शर्मा ने पूर्व बिल्डिंग इंस्पैक्टर दिेनेश जोशी की रिपोर्ट पर इस होटल की 4 मरले पार्किंग में रिहायशी नक्शा पास किया था मगर यहां निर्माण कारोबारी शुरु हो गया जिसके खिलाफ खानापूर्ति वाली करते हुए दोनो पूर्व अधिकारियों ने फ्रंट वाली दीवार को लात मार कर गिरा दिया मगर निर्माण नहीं रुका इसके बाद यहां उपरी मंजिल पर भी इसी तरह लैंटर डाल दिया गया मगर इस बार विभाग ने कोई कारवाई नहीं की। लिहाजा यहां 15 दुकानों वाली अवैध मार्किट तैयार हो गई और शटर लग गए।
यह सिलसिला यहीं नहीं रुका इसके बाद होटल प्लाजा के अंदर सभी कमरों, रैस्टोरैंट, बार तथा पोरश एरिया को दुकानों में तबदील करने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरु हो गया जोकि अभी भी जारी है। मामले में निगम कमिशनर दविंदर सिंह, पूर्व सहायक कमिशनर राजेश खोखर तथा एमटीपी नीरज भट्टी तक शिकायतें पहुंची मगर इन्होने सभी शिकायतों को इग्नोर कर मौके पर काम नहीं रुकवाया मामला मुख्यमंत्री दरबार पहुंचा तो निगम कमिशनर को फटकार लगी और प्लाजा होटल का रिकार्ड तलब किया गया।
फिलहाल इस मामले में दो बार निगम अफसरों की चंडीगढ़ पेशी हो चुकी है जिसमें पेश किए दस्तावेजों के अनुसार बिल्डिंग विभाग की घोरलापरवाही सामने आई है कि यहां चल रहे अवैध निर्णाण को रुकवाने के लिए एटीपी तथा बिल़्डिंग इंस्पैक्टर ने कोई नोटिस ही जारी नहीं किया और न ही कोई रिकार्ड मेनटेन किया गया। अब इस होटल की पार्किंग में रिहायशी नक्शा पास करने वाले अफसरों के खिलाफ चंडीगढ़ स्तर पर चार्जशीट जारी होने की खबर है जल्द ही इन दोनो पूर्व अधिकारियों को भी चंडीगढ़ तलब किया जा सकता है।
मिली जानकारी अनुसार शिकायतकर्ता जनहित सोसायटी द्वारा प्लाजा होटल के कब-कब और कितना निर्णाण हुआ इसकी वीडियोग्राफी भी चंडीगढ़ भेजी जा चुकी है जिसके बाद यहां तुरंत काम बंद करवाने के कई आदेश भी जारी हो चुके हैं मगर बिल्डिंग विभाग के एमटीपी नीरज भट्टी तथा एटीपी सुषमा दुग्गल सैक्टर में बिल्डिंग इंस्पैक्टर न होने का दुखड़ा रोकर कोई कारवाई नहीं कर रहे इसी लापरवाही के कारण सरकार का बड़े स्तर पर रैवन्यू लॉस हो रहा है।
वहीं जनहित सोसायटी के शिकायतकर्ता ने कहा कि वह इस मामले में जल्द ही अदालत में केस दायर करने की तैयारी कर रहे हैं जिसमें नगर निगम कमिशनर दविंदर सिंह,सहायक कमिशनर कम ईओ राजेश खोखर, एमटीपी नीरज भट्टी, एटीपी सुषमा दुग्गल, पूर्व एटीपी रजिंदर शर्मा तथा पूर्व बिल्डंग इंस्पैक्टर दिनेश जोशी को पार्टी बनाया जाएगा।





