पंजाब में भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) पर अधिकार को लेकर राजनीतिक जंग शुरू,पंजाब भर में डिप्टी कमिश्नरों को सौंपे मैमोरैंडम
रोजाना पोस्ट




पंजाब में भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) पर अधिकार को लेकर राजनीतिक जंग छिड़ गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) इस मुद्दे पर डिप्टी कमिश्नरों को पंजाब भर में मैमोरैंडम सौंपे। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार पंजाब के हक छीन रही है। वहीं सुखबीर बादल ने आप पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आप सही ढंग से पैरवी के बजाय पंजाबियों के साथ फ्रॉड न करें। वहीं भाजपा इस मुद्दे को बेवजह तूल देने का आरोप जड़ रही है।
BBMB मुद्दे पर पाखंड कर रही आम आदमी पार्टी
सुखबीर बादल ने कहा कि आम आदमी पार्टी BBMB मुद्दे पर पाखंड कर रही है। अगर वह गंभीर हैं तो भगवंत मान अरविंद केजरीवाल को कहें कि पंजाब की नदियों का पानी दिल्ली में लेना बंद करें। रिपेरियन सिद्धांत के तहत हरियाणा और राजस्थान के खिलाफ पंजाब का समर्थन करें। ऐसा नहीं कर सकते तो पंजाबियों के साथ इस तरह का फ्रॉड करना बंद करें।

कांग्रेस नेता राणा केपी ने कहा कि भाखड़ा व्यास का प्रोजेक्ट 1948 में शुरू हुआ था। 1963 में पूरा हुआ। बुनियादी तौर पर यह प्रोजेक्ट पंजाब और राजस्थान का था। 1966 में पंजाब री-आर्गेनाइज हुआ तो इसमें हरियाणा, हिमाचल और राजस्थान इसके पार्टनर बन गए। 1976 में जब ब्यास का पानी सतलुज में डाला गया तो इसका नाम भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) रख दिया गया।
पंजाब का मेंबर बोर्ड में राज्य के हितों की रक्षा करता है। हमें यहां से पानी, बिजली और हजारों कर्मचारी यहां काम करते हैं। केंद्र सरकार ने 23 फरवरी को कानून में तब्दीली कर दी कि मेंबर किसी भी राज्य के हो सकते हैं। गवर्नर को मेमोरंडम दिया और उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ मामला उठाएंगे।





