जालन्धर- AAP की सरकार में “बेरोजगार” हुए तकनीकि बिल्डिंग इंस्पैक्टर, 10 दिनों बाद भी नहीं सौंपा गया चार्ज
जालंधर /अनिल वर्मा सूूबे में सर्वाधिक चर्चा में रहने वाली जालन्धर नगर निगम की बिल्डिंग शाखा एक बार फिर चर्चा में है। पंजाब सरकार की ओर से इस विभाग में तैनात सभी तकनीकि बिल्डिंग इंस्पैक्टरों तथा एटीपी को पिछले चार महीनों पहले बदल कर नया स्टाफ तैनात किया गया था मगर तकनीकि बिल्डिंग इंस्पैक्टरों की कमी के कारण फील्ड का चार्ज बीएंडआर शाखा में काम कर रहे प्राईवेट जेई को दिया गया था मगर इनमें से ज्यादातर जेई फील्ड में काम न करने के लिए कई बार विरोध कर चुके हैं। इस विरोध को खत्म करने के लिए पंजाब सरकार की ओर से बीते 10 दिन पहले दो नए तकनीकि बिल्डिंग इंस्पैक्टरों को जालन्धर ट्रांस्फर किया मगर इन दोनो बिल्डिंग इंस्पैक्टरों को अभी तक कोई भी काम नहीं सौंपा गया लिहाजा दोनो तकनीकि इंस्पैक्टर उच्चाधिकारियों की लापरवाही के कारण पिछले 10 दिनों से “बेरोजगार” है।




मिली जानकारी अनुसार बिल्डिंग विभाग में इस 8 जेई 23 सैक्टरों में से 19 सैक्टरों का काम देख रहे हैं जबकि 4 सैक्टरों में महिला बिल्डिंग इंस्पैक्टर (तकनीकि) काम देख रही है। नगर निगम में सबसे ज्यादा शिकायतें इसी विभाग से संबधित होती है और इसी विभाग से सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है। शहर में बन रही ज्यादातर अवैध इमारतों पर कारवाई न करने के लिए फील्ड न एक्टिव न रहने वाले स्टाफ ठहराया जाता है। दूसरी तरफ पीजीआरएस पोर्टल पर बिल्डिंग विभाग से सबंधित सैंकड़ों शिकायतें लंबित हैं जिनके खिलाफ समय रहते स्टाफ ने कोई कारवाई नहीं की और कई सैक्टरों में बिना नक्शा और सीएलयू फीस जमा करवाए कारोबारी इमारतें बन गई। बिल्डिंग विभाग का चार्ज संभाल रही ज्वाईंट कमिश्नर डा. शिखा भगत का कहना है कि तकनीकि बिल्डिंग इंस्पैक्टरों को सैक्टर अलॉट करने के लिए एमटीपी दफ्तर से कोई रिपोर्ट नहीं आई आज ही नए तैनात हुई बिल्डिंग इंस्पैक्टरों को चार्ज सौंप दिया जाएगा।





