जालन्धर- सेठ हुकम चंद स्कूल में 40 रुपये कीमत वाली किताबे बेची जा रही थी 350 रुपये में, शिकायत पर मौके पर पहुंचे विधायक रमन अरोड़ा और जीएसटी की टीम और फिर..
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Seth Hukam Chand School Jalandhar पंजाब में प्राईवेट स्कूलों द्वारा मचाई जा रही लूट के खिलाफ कई सालों से अभिभावकों ने मोर्चा खोला था जिसमें सरकारों को भी स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ कारवाई न करने के लिई खूब कोसा जाता था मगर अब सरकार खुद प्राईवेट स्कूलों की मनमानियों के खिलाफ अभिभावकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हो गई है। बीते दिनों पंजाब सरकार की ओर से जारी आदेश अनुसार किसी भी प्राईवेट स्कूल को फीसों में बढौतरी करने पर सख्ती से रोक लगाई गई थी
मगर प्राईवेट स्कूलों के प्रबंधकों द्वारा सरकार द्वारा जारी इस आदेश के खिलाफ अपनी मनमानियां जारी रखने का ऐलान किया था। आज सोढल क्षेत्र में स्थित सेठ हुकम चंद स्कूल मे उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब सैंट्रल हल्के से विधायक रमन अरोड़ा ने खुद मौके पर पहुंच कर स्कूलल प्रशासन की ओर से छात्रों के मनमानें दामों पर किताबें बेचते हुए रंगेहाथों काबू किया। रमन अरोड़ा ने मौके पर जीएसटी विभाग के अधिकारियों को बुलाया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कारवाई करने के लिए कहा। मौके पर पहुंची जीएसटी विभाग की टीम ने जब किताबों की कीमत का आंकलन किया तो किताबों पर छपी कीमत दस गुणा पाई गई।
टीम ने कहा कि छठी कक्षा की किताब का प्रिंट रेट 350 है जबकि इसकी बाजारी कीमत 40 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यह सारा खेल स्कूल प्रशासन की मिलीभगत से खेला जा रहा है। मौके पर थाना 3 और 2 की पुलिस भी पहुंच गई और स्टाक को अपने कब्जे में ले लिया गया है। खबर लिखे जाने तक अभी स्कूल में जीएसटी विभाग की टीम, विधायक रमन अरोड़ा तथा भारी पुलिस फोर्स तैनात थी।





