सिविल अस्पताल जालंधर में इलाज़ करवाना है तो टार्च और पक्खी साथ लेकर आएं ! सेहत मंत्री का दौरा भी नहीं सुधार सका हालात
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मंगलवार को पंजाब के सेहत मंत्री चेतन सिंह जोड़ामाजरा द्वारा जालन्धर सिविल अस्पताल का दौरा किया और यहां दाखिल मरीजों की समस्तयाओं को दरकिनार कर सारा ध्यान साफ सफाई पर केन्द्रित किया इस दौरान यहां दाखिल मरीजों में खासी निराशा पाई जा रही है। बीती रात 12 बजे सिविल अस्पताल के जच्चा बच्चा वार्ड में अचानक बिजली गुल हो गई और यहां दाखिल नवजात शिशुओं तथा उनकी माताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पूरा वार्ड उमस से भर गया और यहां सांस लेना भी काफी दुर्लभ हो गया था मगर ड्यूटी पर तैनात डाक्टर टार्च लेकर मरीजों का इलाज करते रहे।
बता दें कि, स्वजन मोबाइल की टार्च जलाकर देखभाल करते रहे। हालांकि वार्ड का कुछ हिस्सा और आपरेशन थिएटर जेनरेटर के साथ शुरू हो गया, लेकिन वार्ड में लाइट करीब सवा एक बजे आई। काफी समय तक लाइट नहीं आने के कारण मरीजों के परिजनों ने वार्ड में हंगामा किया। स्टाफ के साथ उनकी तू-तू मैं-मैं भी हो गई। वे अपने नवजात बच्चों को वार्ड के बाहर खुली हवा में ले आए क्योंकि अंदर उमस के कारण काफी परेशानी हो रही थी।

अस्पताल के कार्यकारी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा गुरमीत लाल कहना है कि देर रात उन्हें सूचना मिली। इसके बाद तुरंत संबंधित विभाग के कर्मचारियों को मौके पर भेजकर फाल्ट ढूंढकर ठीक करवाने के आदेश दिए गए। फाल्ट को एक घंटे में ठीक कर दिया गया। साथ ही मरीजों को भी समझाया गया।





