पंजाब-कांग्रेस सरकार के तीन मंत्रियों पर ईडी का शिकंजा, विजीलैंस से आय से अधिक संपत्ति की फाईलें मंगवाई, बड़ी कारवाई की तैयारी
रोजाना पोस्ट- घोटाले के आरोपों को झेल रहे पंजाब के तीन मंत्रियों पर अब विजीलैंस के बाद ईडी ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। इनमें भारत भूषण आशू,साधु सिंह धर्मसोत और संगत सिहं गिलजियां का नाम शामिल है। आरोप है कि इन तीनों मंत्रियों ने कांग्रेस सरकार के शासन दौरान देश विदेश में कई बेनामी संपत्तियां बनाई उन सभी केसों की फाईलें विजीलैंस ब्यूरो से मांगी गई है जिनमें इन तीनों मंत्रियों पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप है। इसी के साथ लुधियाना और अमृतसर इंप्रूवमैंट ट्रस्ट में हुए घोटालों की फाईलें भी मांगी गई है। विभाग जल्द ही इन तीनों मंत्रियों के खिलाफ कोई बड़ी कारवाई कर सकता है।




लुधियाना में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के प्लाट आवंटन घोटाले के मामले में विजिलेंस द्वारा कोर्ट में चालान पेश किया जा चुका है। इसमें ट्रस्ट की EO कुलजीत कौर सहित 4 लोगों को आरोपी बनाया गया है, लेकिन मुख्य आरोपी EO को ही बताया गया। गिरफ्तार अन्य आरोपियों में सेल्स क्लर्क प्रवीण कुमार, रमन बालासुब्रमण्यम का पीए संदीप शर्मा और कमलदीप सिंह सह-आरोपी हैं।
विजिलेंस जांच के अनुसार आरोपी प्लाट आवंटन की बोली में गड़बड़ी कर चेयरमैन सहित अन्य नेताओं के लिए रिश्वत लेने का काम करते थे। इसके अलावाइंप्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रमन बालासुब्रमण्यम, एक्सईएन बूटा राम, जगदेव सिंह, JE इंद्रजीत सिंह और मनदीप सिंह की भूमिका भी सामने आने पर इन्हें भी आरोपी बनाया है।
अकाली दल और भाजपा के कार्यकाल में साल 2008 में कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित कुल 18 आरोपियों के खिलाफ अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की 32 एकड़ जमीन के घोटाले संबंधी केस दर्ज किया था। मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा पूर्व मंत्री चौधरी जगजीत सिंह, बलजीत सिंह, राजीव भगत, विधानसभा के पूर्व सचिव नछत्तर सिंह मावनी, किशन कुमार कौल, गुरचरण सिंह खारा, सुभाष शर्मा, जुगल किशोर शर्मा, रोहित शर्मा, संयुक्त सचिव तारा सिंह, महेश खन्ना, राजिंदर शर्मा, लक्की शर्मा, अश्वनी काले शाह और केवल किशन को आरोपी बनाया गया था। प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत यह केस मोहाली के विजिलेंस थाने में दर्ज किया गया था।





