जालन्धर सैक्टर 8 में रिहायशी नक्शा पास करवा कर कारोबारी इमारत बनाने वालों के खिलाफ अगले सप्ताह होगी सीलिंग की कारवाई शुरु, पढ़े क्या है बिल्डिंग विभाग का प्लान
अनिल वर्मा – सैक्टर 8 के आधीन बनी कई अवैध इमारतों पर बिल्डिंग विभाग अगले सप्ताह बड़ी कारवाई करने की तैयारी कर रहा है जिसमें कई ऐसी इमारतों को सील किया जाएगा जिनके नक्शे रिहायशी पास करवाए गए थे मगर मौके पर वह प्राप्टियां कारोबार के लिए इस्तेमाल की जा रही थी। बिल्डिंग विभाग ने ऐसी 12 प्राप्टियों को पहले चरण में चिन्हित किया है जिन पर अगले सप्ताह कारवाई तय मानी जा रही है। ज्वाईट कमिशनर शिखा भगत के सख्त आदेशों के बाद बीते सप्ताह सैक्टर 8 के आधीन ऐसी 9 प्राप्टियों को नोटिस जारी कर दस्तावेज पेश करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था मगर किसी भी नोटिस का निगम दफ्तर में ज्वाब नहीं पहुंचा।




बिल्डिंग विभाग द्वारा प्रताप बाग रोड, मंडी फैंटनगंज जगराता चौंक, शनि मंदिर के नजदीक मित्तल हार्डवेयर, ओल्ड ज्वाहर नगर, सैंट्रल टाऊन सहित श्रीराम ट्रेडरस के गोदाम, पाल अस्पताल के नजदीक 7 दुकानें, पीके इंट्रप्राईसिस कृष्णा नगर में भेजे नोटिसों का ज्वाब न देने वालों सभी प्राप्टी मालिकों का रिकार्ड जुटा लिया है जिसमें प्राप्टी टैक्स तथा लाईसैंस शाखा से भी उक्त प्राप्टियों का ब्यौरा इकट्ठा किया गया है तांकि कारवाई करने दौरान किसी भी तरह का कोई विरोध न हो सके।
सूत्रों अनुसार सैक्टर 8 शनि मंदिर के नजदीक बनी मित्तल हार्डवेयर का नक्शा रिहायशी कैटागरी का पास है मगर मौके पर यहां कारोबार किया जा रहा है। इसी के साथ इस प्राप्टी में बेसमैंट भी बनाई गई है जिसका रिहायशी नक्शे में जिक्र नहीं है ऐसे में तत्कालीन बिल्डिंग इंस्पैक्टर तथा एटीपी द्वारा ड्यूटी में बरती गई लापरवाही भी संदेह के घेरे में है आखिर नक्शा पास करने के बाद यहां मोनिटरिंग क्यों नहीं की गई। विभाग के एटीपी सुखदेव वशिष्ट का कहना है कि नोटिस का ज्वाब देने और दस्तावेज पेश करने के लिए कल शुक्रवार तक का आखिरी समय है इसके बाद अगले सप्ताह से कारवाई शुरु कर दी जाएगी।





