खैहरा ने राणा गुरजीत पर बोला हमला:बोले- कान पकड़ UP छोड़कर आऊंगा, मंत्री का आरोप- खालिस्तानी थे सुखपाल के पिता, मरवाए 25 हजार युवा
सुखपाल सिंह खैहरा ने जेल से बाहर आते ही कपूरथला के विधायक और निवर्तमान मंत्री राणा गुरजीत सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र भुलत्थ में पहुंचते ही कहा कि हंकारी राणा घपलेबाज हैं। उन्हें दागी बताते हुए कहा कि कई लोगों का पैसा खाया है। फिक्र न करो राणा को कान पकड़ कर यूपी (उत्तर प्रदेश) छोड़कर आऊंगा।




वहीं पर दूसरी तरफ राणा गुरजीत सिंह ने संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि खैहरा के पिता सुखजिंदर सिंह खालिस्तानी थे। उन्होंने कपूरथला में खालिस्तानी झंडा फहराया था, जिसकी वजह से बाद में पूरे पंजाब में 25 हजार नौजवान मारे गए। राणा ने कहा कि यदि खैहरा उनके खिलाफ मुंह खोलेंगे तो उनसे भी खरी-खरी सुनेंगे। बराबर जवाब दूंगा। हालांकि अभी मैं कुछ नहीं कहना चाहता।
दागी हैं राणा, अभी तक किसी भी मामले में नहीं मिली है क्लीन चिट
खैहरा ने कहा कि राणा गुरजीत दागी हैं और अभी तक उन्हें किसी भी मामले में क्लीन चिट नहीं मिली है। इरीशेगन विभाग के दो हजार करोड़ रुपए के एक ठग गुरिंदर भापा से राणा ने पांच करोड़ रुपए लिए थे। अभी तक इस मामले में उन्हें क्लीन चिट नहीं मिली है। अभी तक राणा की खड्डों की नीलामी का 25 करोड़ जमा है। राणा के कुक का पांच करोड़ जमा है। उन्हें अभी तक क्लीयरेंस नहीं मिली है। राणा पूरी तरह से दागी साबित हो चुके हैं।
भाजपा नेताओं के साथ हवाई अड्डे पर पकड़े गए थे
खैहरा ने कहा कि राणा भाजपाइयों से डरते हैं। उनके आगे नतमस्तक होते हैं। यह राजनीतिज्ञ नहीं बल्कि व्यापारी हैं। उन्हें पता है कि वह भाजपा का विरोध करेंगे तो भाजपा वाले उनकी फैक्ट्रियां बंद करवा देंगे। यह यूपी में योगी सरकार से इसलिए डरते हैं कि उनकी यूपी में शूगर मिलें सरकार बंद करवा देगी। पंजाब में फैक्ट्रियां बद करवा देगी। राणा हैकड़बाज हैं। उनकी बॉडी लैंग्वेज देखो वह कहीं से भी राजनीतिज्ञ लगते हैं। खैहरा से यह पूछे जाने पर कि उनकी भाजपा से सांझ के बावजूद कांग्रेस कोई एक्शन क्यों नहीं लेती तो कहा कि कांग्रेस एक्शन जरूर लेगी। जिस दिन टिकट छीन ली अपनी पूंछ लेकर भाग जाएंगे।
बेशक फिर से विधायक बन जाएं, लेकिन रहेंगे बाहर वाले
खैहरा ने कहा कि राणा गुरजीत सिंह बेशक इस बार भी विधायक बन जाएं, लेकिन रहेंगे हमेशा बाहरी ही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राणा को मंत्री लगा रूतबा दिया, लेकिन वह फिर भी कांग्रेस पार्टी की पीठ में छुरा घोंप रहे हैं। नवतेज चीमा के क्षेत्र में जाकर दखल दे रहे हैं। अपने बेटे को नवतेज चीमा की बराबरी में खड़ा कर और खुद उनका प्रचार कर पार्टी से गद्दारी कर रहे हैं।





