संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित किए जाने वाले इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा 2022 (UPSC ESE Exam 2022) में अब 2 माह का समय बचा है। यह परीक्षा तीन स्तर पर आयोजित की जाती है। इसमें पहले प्रारंभिक परीक्षा फिर मुख्य परीक्षा और उसके बाद इंटरव्यू होगा। इंजीनियरिंग सर्विसेज की प्रारंभिक परीक्षा 20 फरवरी, 2022 को और मुख्य 26 जून, 2022 को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा को पास करना लाखों उम्मीदवारों का सपना होता है। जिसके लिए वे सालों तक कड़ी मेहनत करते हैं। यहां पर हम आपको इस परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस के बारे में पूरी जानकारी देंगे, जिससे आपकी तैयारी आसान बन सके।
ESE परीक्षा का पैटर्न (UPSC ESE Exam Pattern)
स्टेज 1- इस स्टेज को ESE प्रारंभिक परीक्षा के रूप में भी जाना जाता है। इसमें पहला पेपर 200 अंक का और दूसरा पेपर 300 अंक के दो वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र होते हैं। परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवारों को समग्र कटऑफ के साथ-साथ दोनों पेपरों के कटऑफ को अलग-अलग पास करना पड़ता है।
स्टेज 2- यह ESE का मुख्य परीक्षा है। केवल प्रीलिम्स में उत्तीर्ण उम्मीदवार ही इस चरण में उपस्थित होने के पात्र होते हैं। इसमें 300-300 अंकों के दो वर्णनात्मक पेपर होते हैं। इसे क्लियर करना बहुत टफ माना जाता है।
स्टेज 3- पर्सनल इंटरव्यू या व्यक्तित्व परीक्षण परीक्षा का अंतिम चरण है। यह 200 अंकों का होता है।
– ESE परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाती है।
– ESE प्रारंभिक परीक्षा में 2 वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र होते हैं, जबकि मुख्य परीक्षा में 2 पारंपरिक प्रश्नपत्र होते हैं।
– ESE प्रीलिम्स पेपर 1 प्रत्येक छात्र के लिए सामान्य है जबकि पेपर 2 सिविल / मैकेनिकल / इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार इंजीनियरिंग के बीच उम्मीदवार का इंजीनियरिंग विषय है।
– दोनों परीक्षाओं का माध्यम केवल अंग्रेजी है।
– प्रत्येक गलत उत्तर पर प्रारंभिक परीक्षा में एक तिहाई अंक काटे जाएंगे।
ESE प्रारंभिक परीक्षा का सिलेबस (UPSC ESE Preliminary Exam Syllabus)
पेपर 1-
सामान्य अध्ययन और इंजीनियरिंग योग्यता (General Studies and Engineering Aptitude)
सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास से संबंधित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के समसामयिक मुद्दे।
तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता, इंजीनियरिंग गणित और संख्यात्मक विश्लेषण, डिजाइन के सामान्य सिद्धांत, ड्राइंग, सुरक्षा के महत्व, उत्पादन, निर्माण, रखरखाव और सेवाओं में गुणवत्ता प्रथाओं, ऊर्जा और पर्यावरण की मूल बातें: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण को कवर करने वाली इंजीनियरिंग योग्यता , और गिरावट, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन, परियोजना प्रबंधन की मूल बातें, सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग की मूल बातें, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) आधारित उपकरण और इंजीनियरिंग में उनके अनुप्रयोग जैसे नेटवर्किंग, ई-गवर्नेंस और प्रौद्योगिकी-आधारित शिक्षा इंजीनियरिंग पेशे में नैतिकता और मूल्य।
पेपर-2
सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering)
निर्माण सामग्री, ठोस यांत्रिकी, संरचनात्मक विश्लेषण, इस्पात संरचना का डिजाइन, कंक्रीट और चिनाई वाली संरचनाएं, निर्माण अभ्यास, योजना और प्रबंधन, तरल पदार्थ का प्रवाह, हाइड्रोलिक्स मशीन और जल विद्युत, जल विज्ञान और जल संसाधन इंजीनियरिंग, पर्यावरण इंजीनियरिंग, भू-तकनीकी और फाउंडेशन इंजीनियरिंग, सर्वेक्षण और भूविज्ञान, परिवहन इंजीनियरिंग आदि।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering)
द्रव यांत्रिकी, थर्मोडायनामिक्स और हीट ट्रांसफर, आईसी इंजन, रेफ्रिजरेशन, और एयर कंडीशनिंग, टर्बो मशीनरी, पावर प्लांट इंजीनियरिंग, ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत, इंजीनियरिंग यांत्रिकी, इंजीनियरिंग सामग्री, तंत्र और मशीनें, मशीन तत्वों का डिजाइन, निर्माण, औद्योगिक और रखरखाव इंजीनियरिंग , मेक्ट्रोनिक्स और रोबोटिक्स
इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग (Electric Engineering)
इंजीनियरिंग गणित, विद्युत सामग्री, इलेक्ट्रिक सर्किट और फील्ड, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक मापन, कंप्यूटर फंडामेंटल्स, बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, एनालॉग, और डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स, सिस्टम और सिग्नल प्रोसेसिंग, कंट्रोल सिस्टम, इलेक्ट्रिकल मशीन, पावर सिस्टम, पावर सिस्टम, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, और ड्राइव आदि।
इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (Electronics and Communication Engineering)
बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैटेरियल साइंस, इलेक्ट्रॉनिक मेजरमेंट एंड इंस्ट्रुमेंटेशन, नेटवर्क थ्योरी, एनालॉग, और डिजिटल सर्किट, एनालॉग और डिजिटल कम्युनिकेशन सिस्टम, कंट्रोल सिस्टम, कंप्यूटर ऑर्गनाइजेशन और आर्किटेक्चर, इलेक्ट्रो मैग्नेटिक्स, एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिक्स टॉपिक्स, एडवांस कम्युनिकेशन टॉपिक्स आदि।