केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने मंगलवार को कहा कि 12वीं के अकाउंटेंसी के पेपर में बैठने वाले छात्रों को ग्रेस के तौर पर 6 मार्क्स देने का कोई फैसला नहीं किया गया है। बता दें कि कुछ मीडिया वेबसाइट्स ने ये खबरें पब्लिश कर दी थी कि परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने एक ऑडियो मैसेज जारी किया है, जिसमें ग्रेस मार्क्स देनी की बात कही गई है।
इन फर्जी खबरों के बाद सीबीएसई को बयान जारी करना पड़ गया। बोर्ड ने रिपोर्ट्स को बेबुनियाद और फर्जी बताते हुए कहा है कि किसी भी रिपोर्टर ने परीक्षा नियंत्रक से बात नहीं की है और बोर्ड ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। सीबीअएसई ने 13 दिसंबर को कक्षा 12 के छात्रों के लिए अकाउंटेंसी का पेपर आयोजित किया था।
केंद्रीय शिक्षा माध्यमिक बोर्ड की 10वीं परीक्षा के अंग्रेजी के पेपर में पूछे गए विवादित सवाल पर हंगामा मचने के बाद बोर्ड ने इसे वापस ले लिया है। सीबीएसई ने इसके संबंध में नोटिस जारी किया है। बोर्ड ने नोटिस जारी कर कहा, ”कक्षा 10 के अंग्रेजी के पेपर में आया पैसेज नंबर 1 बोर्ड की गाइडलाइंस के अनुरूप नहीं है, इस पर मिले फीडबैक के आधार पर बोर्ड ने इस मामले को विषय विशेषज्ञों के पास समीक्षा के लिए भेजा था। उनकी सिफारिश के आधार पर पैसेज नंबर 1 और इससे संबंधित सवाल को पेपर से हटाने का फैसला लिया गया है। इसके बदले में स्टूडेंट्स को फुल मार्क्स दिए जाएंगे।’
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा में 10वीं की परीक्षा में आए विवादास्पद सवाल का मुद्दा उठाया था। लोकसभा में सोनिया गांधी ने कहा कि सीबीएसई की 10वीं की परीक्षा में एक बेहद आपत्तिजनक पैसेज दिया गया, जिसमें लिखा गया है – ”महिलाओं को स्वतंत्रता मिलना अनेक तरह की सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का प्रमुख कारण है।” और ”पत्नियां अपने पतियों की बात नहीं सुनती हैं जिसके कारण बच्चे और नौकर अनुशासनहीन होते हैं।” सोनिया गांधी ने कहा कि इस पूरे पैसेज में बेहद आपत्तिजनक बातें कही गई हैं, जिसका कोई मतलब नहीं है।